नमस्कार दोस्तों आज हम कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध (Essay on female feticide in India In Hindi) लिखेंगे दोस्तों भारत देश पुराने समय से लेकर आज के समय में लड़कियों को लेकर गलत कुरीतिया और धारणा है। और भेदभाव भी है।
वर्तमान में कन्या भ्रूण हत्या बहुत ही ज्यादा बढ़ गई है। जो बहुत ही चिंताजनक बात हो गई है। ऐसे में कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध की जानकारी हम ही होनी चाहिए। इसीलिए हमे kanya bhrun hatya Par Nibandh in hindi English दोनों में लिखवाया जाता है।।
भारत मे कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध
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चलिए दोस्तों स्टार्ट करते है।। हमारा आज का टॉपिक कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध (Essay on female feticide in India In Hindi)
India Female Feticide Essay in In Hindi
भारत में लिंग अनुपात
- 1000 / 972 (प्रति एक हजार (१०००) पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या)- जनगणना, १९०१
- 1000 / 933 (प्रति एक हजार (१०००) पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या)- जनगणना, २००
भारत में रूढ़िवादी और अशिक्षा के कारण गरीब मध्यमवर्ग और पढ़े-लिखे लोग भी कन्या भ्रूण हत्या जैसा कार्य कर रहे है। भारत के बड़े राज्य पंजाब हरियाणा दिल्ली और गुजरात इनकी सबसे ज्यादा हालत खराब है।
क्योंकि इनमें लिंगानुपात सबसे कम है।। 2001 की जनगणना की जाए तो उसके अनुसार 1000 लड़कों पर लड़कियों की संख्या पंजाब में 798 थी जबकि दूसरी ओर हरियाणा में 819 थी और गुजरात में 883 भारत के कुछ राज्यों में इसको चिंताजनक स्थिति मानी और गंभीरता से लिया गया
इसके लिए बड़े-बड़े कदम उठ जैसे गुजरात में डीकरी बचाओ अभियान चलाया गया , इसके अलावा अन्य राज्य में बेटी बचाओ अभियान जैसे कार्यक्रम चलाए गए वर्तमान में कन्या भ्रूण हत्या का सबसे महत्वपूर्ण कारण अशिक्षा और लड़कियों के प्रति गलत सोच ने यह समस्या उत्पन्न कर दिया है ।
जिसमें इसके अलावा प्रसव होने से पहले डॉक्टर के द्वारा लिंग परीक्षण किया जाना मुख्य है। बेटी बचाओ के लिए सामाजिक जागरूकता तो बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा महिला के प्रसव करवाने से पूर्व लिंग की जांच अधिनियम को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।
अस्पताल में उपयोगी मशीनों का दुरुपयोग रोकने के लिए जांच कमेटी बनानी चाहिए। और उन पर आधुनिक तकनीकी पर आधारित मशीनों से नजर रखी जानी चाहिए। और ईमानदार व्यक्तियों को काम सौंपा जाना चाहिए।
जिससे इस पर रोक लगाई जा सके बेटी बचाओ के लिए भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल ने महात्मा गांधी की 138 वी जयंती पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की बालिका बचाओ योजना को लांच किया था
इस नियम के अंतर्गत कोख में पल रहे बच्चों का लिंग जांच करवाना उनकी हत्या करने वालों की जानकारी देने वाले को उचित इनाम दिए जाने की घोषणा की थी इसके लिए प्रत्येक स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए इमानदारी से कदम उठाने चाहिए।
लिंग परीक्षण करने वाली क्लीनिक या अस्पताल की जानकारी मिलने पर उन्हें तुरंत प्रभाव से सील करके बंद कर देना चाहिए। और उन पर भारी जुर्माना लगाने की जरूरत है।
वर्तमान में इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना के अनुसार पहली कन्या के जन्म पर परिवार नियोजन अपनाने वाले माता-पिता को ₹25000 तथा दूसरी बार कन्या के जन्म लेने पर स्थाई परिवार योजना नियोजन पर उनको ₹20000 प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।
जिससे कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके और बेटी बचाओ योजना को सफल बनाया जा सके बालिका पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए आम जनता को इसके लिए आगे आने की जरूरत है।
क्योंकि एक बेटी का जन्म समाज के बीच में ही होता है। और इस काम की शुरुआत प्रत्येक घर से होनी चाहिए
कन्या भ्रूण हत्या एक माननीय घ्रणित कार्य है। जिस में लड़कों को उचित स्थान दिया जाना मूल्य हीनता है। इसके अलावा कुछ अस्पतालों में लिंग परीक्षण की जांच की सेवा देकर इस घृणित कार्य को बढ़ावा दे रहे है। जिससे यह स्थिति और बिगड़ती जा रही है।
हालांकि सभी जगह ऐसी स्थिति नहीं है। लेकिन ऐसे कुछ राज्य है। जहां पर कन्या भ्रूण हत्या बहुत ही ज्यादा हो रही है। जिसका असर लिंग अनुपात पर पड़ता है। जैसा कि कुछ राज्य है।
वर्ष 1981 में 1000 बालकों के पीछे 962 बालिकाएं थी इसके बाद 2001 की जनगणना के अनुसार यह अनुपात कम हो गया और 927 हो गया जो बहुत ही गंभीर मामला हो गया इससे बात यह साफ होती है।
शिक्षा का इतना प्रचार होने के बाद भी कन्या भ्रूण हत्या जैसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। जबकि ऐसा माना जा रहा था कि शिक्षा और आर्थिक स्तर से इसमें सुधार आएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। स्थिति आज भी वैसी वही है। इसके लिए कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है।
साथ ही लोगों में बेटी के महत्व को बताने की आवश्यकता है। है। इसके लिए स्कूल और कॉलेज में समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए रैली निकाली जानी चाहिए। और बताना चाहिए। कि बेटी को बोझ ना समझे जिससे भ्रूण हत्या पर रोक लगाई जा सके और एक सुंदर समृद्ध भारत का निर्माण हो सके
भ्रूण हत्या पर निबंध Short female feticide Essay In Hindi Word 150)
भारत में पुरानी परंपरा और रूढ़िवादिता के कारण अत्यधिक भ्रूण हत्या हो रही है। इस परंपरा और छोटी सोच का शिकार अमीर से लेकर गरीब तक है। जिसमें लड़के और लड़कियों में भेदभाव किया जाता है।
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में वृद्धि होते हुए भी इस समस्या पर कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। सरकार इसके लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। और लिंगानुपात को सुधारने की कोशिश कर रही है।
इसके अलावा सरकार ने एक अनूठी स्कीम निकाली है। जिसके अनुसार कोख में पल रहे बच्चे की जांच करने वाले एवं अस्पताल और चलने की जानकारी देने वालों को ₹10000 इनाम देने की घोषणा की है।
साथ ही उसका नाम गुप्त रखा जाएगा इसके अलावा परिवार नियोजन करने वाले माता-पिता को होने पर 25000 तथा दूसरी पुत्री होने पर 20002 प्लान राशि देने की घोषणा की गई है। बालिकाओं पर होने वाले अत्याचार को रोकने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना होगा। और इसकी शुरुआत घर से होती है।
भारत मे कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध Short female feticide Essay In Hindi Word 250 )
वैदिक युग में स्त्री को सर्वोत्तम स्थान प्राप्त था उसकी बिना सभी होमो यज्ञ असफल माने जाते थे एक स्त्री का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। पुरुष के साथ इसीलिए पहले किसी भी शुभ कार्य में स्त्री का होना बहुत महत्पूर्ण होता था
लेकिन वर्तमान समय में आज आधुनिकता बहुत ज्यादा हो चुकी है। शिक्षा का भी बहुत ही ज्यादा विस्तार हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद लोग पुरानी पुरानी कुरीतियों के अनुसार चल रहे है।
जिसके कारण आज लड़की और लड़कों में असंतुलन पैदा हो गया है। इस मानसिकता का शिकार गरीब अमीर और मध्यम तक सभी ग्रसित है। आज लड़कों की तुलना में लड़कियां बहुत ही कम हो गई है।
जिसका सबसे बड़ा कारण है। की लड़कियों को पेट में ही पैदा होने से पहले मार दिया जाता है। जिसे भ्रूण हत्या कहते है। इसका मुख्य कारण लड़की और लड़कियों में भेदभाव और जीवन मूल्य में आई कमियों को बताता है।
भ्रूण हत्या का सबसे मुख्य कारण बेटी को पराया धन माना जाता है। क्योंकि वह शादी के बाद घर छोड़कर चली जाती है। वह ना तो अपने माता पिता की सेवा कर सकती है। ना ही वंश चला पाती है।
शादी के लिए उसके लिए खर्चा करना पड़ता है। उसे दहेज़ देना पड़ता है। ऐसी अमान्य गुणों के कारण ऐसी अपराधिक भावनाओं का विस्तार होता है। इस मामले में पंजाब और हरियाणा की हालत बहुत ही ज्यादा खराब है।
सरकार इसके लिए कई प्रकार की कार्यक्रम चला रही है। जैसे बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ और लड़की पैदा होने के लिए कई प्रकार की प्रोत्साहन राशि दी गई है। जिससे बालिकाओं का लिंगानुपात सुधारा जा सके
इसके अलावा अस्पताल और क्लीनिक में लिंग जांच होने से लड़की के होने का पता चल जाता है। जिससे इस अपराध में बढ़ावा होता है। ऐसे में एक सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है।
इसके लिए ऐसे अस्पताल और क्लीनिक का पता लगाया जाए जहा से गैर क़ानूनी काम होते है। और पता लगते है। उन्हें तुरंत बंद करके सील कर दिया जाए साथ ही इसकी गुप्त सूचना देने वाले को इनाम दिया जाए और उसका नाम गुप्त रखा जाए गुजरात और अन्य कई राज्यों में इसके लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे है।
लेकिन इनके लिए हमें बालिकाओं पर होने वाले अत्याचार को रोकना होगा। सरकार की योजनाएं कार्य सब असफल है। जब तक कि प्रत्येक व्यक्ति इससे के महत्व को नहीं समझेगा
क्योंकि एक व्यक्ति से समाज की रचना होती है। और इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना होगा। और बालिकाओं की सशक्तिकरण में योगदान देना होगा। और इसकी शुरुआत हर व्यक्ति और उसके घर से होनी चाहिए।
भारत मे कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध Short female feticide Essay In Hindi Word 200 )
वर्तमान समय में भ्रूण हत्या इतनी अधिक बढ़ चुकी है। कि यह बहुत ही गंभीर मामला हो चुका है। भारत इस मामले में सबसे ज्यादा पिछड़ चुका है।
क्योंकि भारत में इसका अधिक प्रभाव देखा गया है। 1981 के अनुसार 1000 लड़कों पर 1962 लड़कियां थी उसके बाद इसमें धीरे-धीरे गिरावट 2001 में यह अनुपात घटकर 927 हो गया बहुत चिंता का विषय हो गया है।
इसके लिए सरकार अलग-अलग योजनाएं चला रही है। जिसके द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही है। इसके अलावा बेटी के जन्म पर पहचान राशि भी दी जा रही है।
लोगों की यह सोच है। लड़की पैदा कर लेंगे उसको पढ़ाना लिख आना पड़ेगा शादी में पैसा लगाना पड़ेगा बुढ़ापे में हमारा सहारा लड़की नहीं लड़का होता है
सरकार द्वारा केंद्र स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की बेटी बचाओ योजना सेव द गर्ल चाइल्ड को लांच किया गया राष्ट्रपति ने इस बात पर गहरा अफसोस जताया है.
कि लड़कियों को लड़कों जितना महत्व नहीं दिया जाता है और उन में भेदभाव होता है लड़कियों में लिंगानुपात की कमी बड़े राज्य में ही नहीं बल्कि प्रगतिशील समाज में भी इसकी कमियां देखी गई है.
इसके लिए हमें अपनी सोच को बदलना होगा। और बेटियों का महत्व समझना होगा। यह सब हम तभी समझ पाएंगे जब हम बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं करेंगे इसके लिए हमें सभी को कुर्तियों और छोटी सोच को त्यागना होगा। तभी हम समृद्ध और सफल भारत का निर्माण कर पाएंगे .
उम्मीद करता हूं आपको मेरा निबंध कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध (Essay on female feticide in India In Hindi) जरूर पसंद आया होगा। और पसंद आए तो मुझे कमेंट कीजिएगा आपका दिन शुभ हो